समाजसेवी मनोहर गिरीं का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

विद्यापतिनगर। प्रखंड मुख्यालय विद्यापतिधाम बाजार की पहचान बन चुके मनोरमा स्टूडियो के संस्थापक, कुशल समाजसेवी व प्रखर वक्ता ब्रजनंदन प्रसाद भारद्वाज उर्फ मनोहर गिरीं (62 वर्ष) का असामायिक निधन रविवार को उनके पैतृक आवास पर हो गया। वे लम्बे अरसे से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मनोहर गिरीं आजीवन समाज सेवा से जुड़े रहे। उन्होंने लम्बे समय तक विद्यापति कला मंच के तत्वावधान में विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर नाटक का मंचन कर समाज को एक नई दिशा देने का काम किया। उनके पुत्र मनोरंजन भारद्वाज एवं निरंजन भारद्वाज ने बताया कि वे पिछले दो वर्षों से मधुमेह एवं गुर्दे की समस्या से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर सुन शंकर सिंह, सतीश गिरि, गणेश गिरि, साधु शरण, मणिकांत सिंह, जागेश्वर सिंह, नन्हे गिरि आदि ने उनके आवास पर पहुंचकर पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोक संवेदना प्रकट की । उनका अंतिम संस्कार रविवार की देर शाम तेघड़ा में गंगा नदी के तट पर किया गया।

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