गोपाल दुबे और चंदन गोप ने सुरों की सजाई महफिल, लोक संगीत पर झूमे श्रोता
विद्यापतिनगर। मिथिला के प्राण कवि कोकिल विद्यापति की समाधि भूमि के रूप में प्रसिद्ध विद्यापति धाम से सेट मऊ बाजार में बुधवार को आयोजित संगीत के महफिल में देर शाम तक लोक गायक गोपाल दुबे उर्फ गोपाल के. डी.वं चंदन गोप ने अपनी प्रस्तुति के दौरान सुर, लय और ताल का जबरदस्त समां बांध उपस्थित श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। प्रखंड के वाजिदपुर निवासी गोपाल दुबे ने मंच पर आते ही सबसे पहले विद्यापति की रचना 'जय जय भैरवी, असुर भयावनी.... तथा "बर सुख सार पाओली तूअ्तीरे... की प्रस्तुति दी। तो पूरा वातावरण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद उपस्थित दर्शकों की मांग पर गोपाल एवं चंदन गोप ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उक्त संगीत कार्यक्रम का आयोजन मऊ बाजार निवासी विनोद तिवारी के आवास पर उनके द्वितीय पुत्र रोशन कुमार तिवारी (अंकेक्षक) के विवाह से पूर्व आयोजित तिलकोत्सव के अवसर पर किया गया था। रौशन का विवाह आगामी 8 दिसंबर को बेगूसराय जिले के तेघरा प्रखंड अंतर्गत पीढौली निवासी पूनम देवी एवं विजय नारायण तिवारी की पुत्री वैष्णवी (शिक्षिका) से होना है। इस मांगलिक वेला फर संगीत प्रेमियों की मांग पर फिल्मी गीतों का दौर चला। पर्दा हैं पर्दा ..., बस एक नजर उसको देखा..., छोरा गंगा किनारे वाला..., तुझे लागे ना नजरिया..., कुरियां शहर दिया... ने देर होने का एहसास ताक नहीं होने दिया। उसके बाद भोजपुरी गाने गोरिया चांद के, हमरा खातिर तोहरा कै... से युवा पीढ़ी को उत्साहित कर दिया। अंत में पुराने गीत ओ मेरी महबूबा, रूठ के जो चली जायेगी व कभी अलविदा ना कहना... के जरिए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दरम्यान पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। मौके पर आरबी कॉलेज दलसिंहसराय के सेवानिवृत्ति प्राचार्य डॉ. टी. पी. चौबे, हीरालाल कुंवर, मंतोष सिंह, अनंत कुमार सिंह, संत पॉल तेघड़ा के निदेशक सुनील कुमार चौधरी, डीपीएस के निदेशक राजीव कुमार, दिलीप कुंवर, सुनील कुमार, ज्योतिषाचार्य विभाष मिश्रा, फिल्म कलाकार राकेश कुमार महंत, रमन कृषि केंद्र के रमन कुमार, राजेश तिवारी, राम शंकर तिवारी, अनिल कुमार (एलआईसी), राम कुमार आदि मौजूद थे।
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