मऊ बाजार में आकर्षक एवं भव्य दुर्गा मंदिर बनकर तैयार, हजारों श्रद्धालु नवरात्र में करते हैं पूजा-अर्चना
विद्यापतिनगर । प्रखंड के मऊ बाजार में स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर बरसों से श्रद्धालुओं के लिए आस्था, विश्वास, श्रद्धा एवं भक्ति का प्रमुख केन्द्र रहा है, जहां प्रखंड ही नहीं बल्कि आस-पास के कई गांवों से लोग आस्था के फूल लिए आते हैं और अपनी मुरादें पूरी करने के लिए माता से प्रार्थना करते हैं। दिनों-दिन भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूछा समिति द्वारा मंदिर का नव-निर्माण कराया गया है। वर्ष 2020 में मंदिर के नवनिर्माण का कार्य शुरू किया गया था। करीब तीन वर्ष बाद यह मंदिर
आकर्षक एवं भव्य तरीके से बनकर तैयार हो गया है। पुरानी दुर्गा पूजा समिति के कोषाध्यक्ष गोविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि समिति द्वारा 2019 में मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया गया था, अब तक मंदिर निर्माण में तकरीबन 51 लाख से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है तथा अनुमान लगाया जा रहा है कि 5-10 लाख रुपए और लगेंगे । उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में श्रद्धालुओं का भरपूर सहयोग मिला, इसी का नतीजा है कि बहुत कम समय में इतना भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है। जानकार बताते हैं कि मऊ बाजार स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर प्रखंड के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, 150 वर्ष से भी अधिक समय से यहां पूजा अर्चना होती आ रही है। हालांकि मंदिर कब स्थापित की गई थी, इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है।
पहले प्रत्येक वर्ष इस मंदिर में शारदीय नवरात्र में मिट्टी की प्रतिमा बनाई जाती थीं। 2006 में यहां संगमरमर की स्थाई प्रतिमा स्थापित की गई। तब से यहां सालों भर सुबह-शाम माता दुर्गा की पूजा-अर्चना एवं आरती की जाती है । साथ ही यह प्रखंड का पहला ऐसा मंदिर है जहां साल के चारों नवरात्र में माता दुर्गा की विशेष पूजन की जाती है। सबसे अधिक भीड़-भाड़ एवं चहल-पहल शारदीय नवरात्रि के समय यहां देखने को मिलता है, जहां हजारों श्रद्धालु एक साथ माता दुर्गा की पूजा अर्चना कर, अपने सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना करते हैं। नवरात्रि शुरू होते ही मंदिर को और भी आकर्षक ढंग से सजाया जाता है, जहां प्रत्येक दिन संध्या आरती के समय हजारों कन्याएं दीप जलाने के लिए मंदिर पहुंचती है। दूसरी ओर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु अष्टमी एवं नवमी के दिन माता की विशेष पूजा अर्चना करते हैं।
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