संत नहीं बन सकते, तो संतोषी बन जाओ : कृष्णानंद शास्त्री
पटना । शहर के वाचस्पति नगर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के 6ठे दिन बुधवार को कथा व्यास कृष्णानंद शास्त्री ने कहा कि हम सब को संत के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए, यदि आप संत नहीं बन सकते, तो संतोषी बन जाओ, इस से जीवन सुन्दर, सरल, सरस सहज समृद्ध और सफल हो जाएगा । श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के 6ठे दिन श्रीकृष्ण एवं रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनकर श्रोता भावविभोर हो उठे।
इस अवसर पर कथा मंच से साथी कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक कृष्ण रुक्मणी विवाह पर आधारित भक्ति संगीत सुनने को मिला जिस पर देर रात तक श्रोता झूमते रहे । साथी कलाकारों में गायक दीपक कुमार सिंह, जयप्रकाश एवं पवन के द्वारा ऐसा समा बांधा गया, जिसे छोड़कर कोई भी श्रोता उठने को तैयार नहीं थे। श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन राजेश कुमार झा के द्वारा 12 से 18 मई के बीच किया गया है । श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ में आचार्य ज्ञान शंकर चौधरी, अमलेश शास्त्री, मुकुंद शास्त्री, रामलला एवं प्रभात चौधरी के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन किया गया।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें