सत्रावसान पर नम आंखों से छात्रों ने छोड़ा संस्थान



Samvad AapTak: गुरु -शिष्य का संबंध दुनिया के सर्वोच्च संबंधों में से एक माना जाता है, गुरु की महिमा आजीवन बनी रहती हैं । प्रत्येक व्यक्ति की सफलता और उसके  जीवन में किसी न किसी गुरु की कृपा अवश्य होती है, यही कारण है कि जब कोई छात्र अपने गुरु से बिछड़ता है तो उसके दिल कांपने लगता हैं और आंखों से अश्रु की धारा छलकने लगती हैं, ऐसा ही कुछ नजारा रविवार को प्रखंड के राजा चौक के समीप संचालित कौटिल्या एकेडमी कोचिंग संस्थान एवं हरपुर बोचहा स्थित एम. के. मैथमेटिक्स क्लासेस में दिखा जहां दसवीं के छात्र-छात्राओं का सत्रावसान समारोह का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने नम आंखों के साथ संस्थान से प्रस्थान किया। 


 समारोह के मुख्य अतिथि जाने-माने शिक्षाविद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बढ़ौना के शिक्षक समीर आनंद मिश्रा ने बच्चों को परीक्षा से संबंधित टिप्स देते हुए कहा कि बेहतर अंक लाने के लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्न को ध्यान पूर्वक हल करें, साथ ही ध्यान रखें कि जो प्रश्न आप को बेहतर ढंग से लिखना आता है, उसे पहले लिखें तथा किसी भी प्रश्न को छोड़ना मुनासिब नहीं है, इसलिए संभावित उत्तर अवश्य लिखें । शिक्षक विकास कुमार सिंह ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा के कि गुरु की महिमा जीवन में हमेशा बनी रहती हैं, इसीलिए किसी भी परेशानी अथवा उलझन होने पर वे अपने गुरु से संपर्क करें । साथ ही 10वीं की परीक्षा के बाद इंटरमीडिएट में संकाय का चयन अपने मन एवं पसंद के आधार पर करें, कोई भी संकाय या विषय खराब नहीं होता, बल्कि आवश्यकता इस बात की होती है कि आप कितनी मेहनत और लगन के साथ उसकी तैयारी करते हैं, चाहे आप विज्ञान पढ़ें, कला अथवा वाणिज्य, सभी अपने अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण हैं । आगे की पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगिता परीक्षा पर भी नजर रखनी होगी, प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी एवं उससे संबंधित जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस परीक्षा से कई गुना कठिन एवं चुनौती भरी परीक्षा प्रतियोगिता परीक्षा में होती है, इसीलिए बीच में पढ़ाई को न रोके, बल्कि और मेहनत करके सफलता प्राप्त करें ताकि आपकी पहचान समाज में बन सके । संस्थान के निदेशक विकास कुमार पाण्डेय ने कहा कि हमारा प्रयास बच्चों को संस्कारवान बनाना है, संस्कारित बच्चों को देर सबेर सफलता अवश्य मिलती है । श्री पाण्डेय ने उपस्थित छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब ने कौटिल्या एकेडमी पर भरोसा किया तथा लंबे समय तक हम सबके साथ रहकर बहुत कुछ सीखा है, इसके लिए आप सभी धन्यवाद के पात्र हैं, साथ ही समाज में आप सब एक नई पहचान बनाएं, ताकि हम शिक्षकों का भी मान सम्मान बढ़ सके । इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सभी को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने भी अपने शिक्षक के प्रति आभार प्रकट किया, साथ ही छात्रों ने अश्रुपूर्ण आंखों से संस्थान छोड़ते हुए बेहद दुख का अनुभव किया । मौके पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बनी रही, जिसमें मुस्कान, अंजलि, स्वीटी, संध्या, मंजीता, प्रगति, चांदनी, जानवी, क्रिसनंदन, सचिन, खुशनूर, सुमन, रिया कश्यप, पूजा यादव, किरण कुमारी, आशा, अर्चना, नंदिनी, सरस्वती, रिया सिंह, जयकुमार के अलावा शिक्षक नवनीत शर्मा, विकास कुमार सिंह, अंकित कुमार, अखिलेश कुमार, श्याम कुमार, मनीष निषाद एवं रवीन्द्र कुमार मौजूद थे ।

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