विद्यापतिधाम : तीन दिवसीय स्वर्णिम भारत नवनिर्माण महा प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन
रिपोर्ट; विकास कुमार पाण्डेय
विद्यापतिनगर(समस्तीपुर)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, समस्तीपुर के तत्वावधान में प्रखंड के विद्यापतिधाम मंदिर परिसर में तीन दिवसीय स्वर्णिम भारत नव निर्माण आध्यात्मिक प्रदर्शनी एवं राजयोग मेडिटेशन शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रकृति नयनम ने किया। अपने सम्बोधन में बीडीओ प्रकृति नयनम ने कहा कि शारीरिक विकास की बात तो सभी करते हैं, इसकी शिक्षा तो हर जगह दी जाती है लेकिन चेतना के विकास की बात इस प्रदर्शनी के माध्यम से बताई जा रही है, जो बहुत ही प्रशंसनीय एवं स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने प्रखंडवासियों से इस प्रदर्शनी का ध्यानपूर्वक अवलोकन करने एवं मंगलवार से शुरू हो रहे सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर में लाभ लेने का आग्रह किया।
इस मौके पर समस्तीपुर से पधारे बीके ओम प्रकाश भाई ने प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत आगंतुक लोगों को प्रदर्शनी के माध्यम से बताये जा रहे परमात्म-ज्ञान से अवगत कराते हुए बताया कि विश्व की सभी आत्माओं के पिता निराकार परमपिता परमात्मा शिव हैं। वह अभी कलियुग अंत और सतयुग आदि के मध्य संगमयुग में आकर सृष्टि परिवर्तन का महानतम कार्य कर रहे हैं। इसके लिए सबसे पहले वह हम आत्माओं को श्रेष्ठ ज्ञान देकर हमें विषय-विकारों से मुक्त कर पुण्यात्मा-देवात्मा बनाते हैं। जब हम बदलते हैं तो जग बदलता है। हमारे संस्कारों के परिवर्तन से इस संसार का परिवर्तन हो जाता है और यह धरा स्वर्ग बन जाती है। अभी हम परमात्मा के इस महानतम कार्य में मददगार बनने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। दलसिंहसराय से आई बीके सोनिका बहन ने अपने संबोधन में कहा कि बुधवार तक के सीमित समय के लिए इस प्रदर्शनी के रूप में आध्यात्मिक जन औषधि कैम्प का आयोजन किया गया है। इस कैम्प में आत्मा को दुःख-अशान्ति-चिंता -भय-तनाव आदि अनेकानेक मनोविकारों से मुक्त होने का अचूक नुस्खा बताया जायेगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि इन नुस्खों के परामर्शदाता स्वयं परमपिता परमात्मा शिव हैं। जिन्होंने इन नुस्खों को आजमाकर स्वयं को अनेक प्रकार के मनोविकारों से मुक्त किया है और कर रहे हैं व जिन्होंने अपना जीवन सुख-शान्तिमय बनाया है, वे इस प्रदर्शनी में पथ-प्रदर्शक की भूमिका निभा रहे हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से आध्यात्मिक चिकित्सा की विधि एवं सिद्धि से आगंतुक लाभार्थी अवगत होंगे। इसकी एक बार सही रीति से समझ हो जाने पर कोई भी इसका बड़े ही सहज तरीके से लाभ ले सकते हैं। इस शिविर में प्रदान की जा रही सेवायें पूरी तरह से नि:शुल्क हैं। उन्होंने समस्त प्रखंडवासियों से इस शिविर का लाभ लेने का आह्वान किया। मुख्य रूप से मुख्यपुजारी अमरनाथ गिरि, मंदिर व्यवस्थापक सह सदस्य नवल किशोर गिरि, सतीश गिरि, नन्हें गिरि, मनीष गिरि, भरत कुमार, शुभम कुमार, मुकेश कुमार, सुशील चमड़िया, विनोद भाई, विनोद ठाकुर भाई, विजय भाई, मनोहर भाई, जयजयराम भाई, मंटू भाई, नील भाई आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।
ज्ञात हो कि यह तीन दिवसीय प्रदर्शनी प्रातः 10:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक बुधवार तक चलेगी। मंगलवार से दोपहर 2:30 से 4:00 बजे तक आयोजित सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर के लिए नि:शुल्क नामांकन भी जारी है।
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