देवउठानी एकादशी पर लोगों ने रखा व्रत, की गई भगवान विष्णु की पूजा



Samvad AapTak: शुक्रवार को देव उठानी एकादशी पर लोगों ने उपवास रखकर भगवान विष्णु वासुदेव की पूजा अर्चना की, यह व्रत कार्तिक मास की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, एकादशी के कारण आज प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्यापति धाम मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने बच्चों का मुंडन भी करवाया । ऐसी मन्यता है कि भगवान विष्णु आज चिर निद्रा से जगते हैं, इसीलिए इस तिथि के बाद शादी विवाह, उपनयन एवं मुंडन का मुहूर्त भी प्रारंभ हो जाता है । देवउठनी एकादशी का धार्मिक महत्व हिंदू धर्म में कार्तिक मास में पड़ने वाली एकादशी तिथि को देवउठनी, देवोत्थान एकादशी और हरि प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार इस पावन तिथि पर भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागते हें तो वहीं इसी तिथि पर चातुर्मास की समाप्ति है. मान्यता है कि जिस मनोरथ का फल त्रिलोक में ना मिल सके वह देवउठनी एकादशी तिथि पर रखे जाने वाले व्रत और पूजा से मिल जाता है। इसी पावन तिथि से कार्तिक पूर्णिमा तक भगवान शालिग्राम एवं तुलसी माता का विवाहोत्सव का पर्व मनाया जाता है। इस पावन पर्व पर जप, तप और दान का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है ।

समस्तीपुर से विकास कुमार पाण्डेय 

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